Shubhanshu Shukla astronaut:नई दिल्ली | भारत ने एक बार फिर अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रच दिया है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में उड़ान भरकर दुनिया के 634वें एस्ट्रोनॉट बनने का गौरव हासिल किया। शुभांशु, जो बचपन से ही विज्ञान और अंतरिक्ष के दीवाने थे, अब भारत के उन चुनिंदा वैज्ञानिकों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अंतरिक्ष से धरती को देखा है।
🌌 पहला संदेश भारत के नाम
स्पेस स्टेशन से भारतवासियों के लिए शुभांशु शुक्ला ने एक वीडियो संदेश भेजा जिसमें उन्होंने कहा:
“भारत अब सिर्फ पृथ्वी पर नहीं, अंतरिक्ष में भी एक पहचान बना रहा है। मेरा यह सफर देश के हर युवा को समर्पित है जो सपने देखता है और उन्हें पूरा करने की हिम्मत रखता है। जय हिंद!”
उनका यह संदेश न सिर्फ वैज्ञानिकों के लिए, बल्कि देश के हर नागरिक के लिए गर्व का विषय बन गया है।
🛰 मिशन डिटेल्स
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम का हिस्सा है जिसमें NASA, ESA और ISRO की संयुक्त भागीदारी रही। वे अगले 6 महीने तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लेंगे, जिनमें धरती के जलवायु परिवर्तन, गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव और मानव शरीर पर अंतरिक्ष के असर जैसे शोध शामिल हैं।
🎉 भारत में जोरदार स्वागत
उनके सफल लॉन्च के बाद भारत में उत्सव जैसा माहौल रहा। प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं और वैज्ञानिकों ने उन्हें बधाई दी। सोशल मीडिया पर #ShubhanshuShukla और #Astronaut634 ट्रेंड कर रहा है।
✨ निष्कर्ष
शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और राज्य के लिए, बल्कि पूरे भारतवर्ष के लिए गर्व की बात है। यह प्रेरणा है उन लाखों युवाओं के लिए जो अंतरिक्ष, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं।