राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। कई जिलों में नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। बाढ़ जैसी स्थिति बनने के कारण प्रशासन ने 8 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। सबसे ज्यादा असर चूरू, जालोर और आसपास के इलाकों में देखने को मिला है, जहां घरों और सड़कों पर पानी भर गया है।
चूरू और जालोर सबसे ज्यादा प्रभावित
चूरू और जालोर जिलों में बारिश के कारण आवासीय इलाकों और मुख्य सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। कई जगहों पर लोग अपने घरों से निकल भी नहीं पा रहे हैं। प्रशासन ने बचाव दल को अलर्ट पर रखा है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से मुश्किलें और बढ़ रही हैं।
8 जिलों में स्कूल बंद
भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग ने 8 जिलों में स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया है। इसका असर लाखों छात्रों पर पड़ा है। प्रशासन का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
अरुणाचल प्रदेश में भी खतरा
राजस्थान के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश से भी चिंताजनक खबरें आई हैं। यहां भारी बारिश के बीच पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं। ताजा घटना में टूरिस्ट की कारों पर अचानक बड़े-बड़े पत्थर गिर गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी पर्यटक को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन कई गाड़ियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
प्रशासन अलर्ट पर
राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को तैनात कर दिया है। NDRF और SDRF की टीम लगातार निगरानी कर रही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।
निष्कर्ष
राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश में बारिश ने लोगों के लिए भारी मुसीबत खड़ी कर दी है। एक तरफ राजस्थान में बाढ़ जैसी स्थिति से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है, तो दूसरी तरफ अरुणाचल में लैंडस्लाइड ने टूरिस्ट की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सबकी नजर प्रशासन और मौसम विभाग की अगली चेतावनी पर टिकी हुई है।