G7 की बैठक की शुरुआत इटली में 13 जून से हो चुकी है। सम्मेलन में शामिल नेताओं का स्वागत खुद इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन समेत, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, के साथ – साथ संयुक्त और अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भी मुलाकात की। अपनी इस मुलाकात की जानकारी पीएम मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट जरिए दी है।
G7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक संकटों पर बातचीत हुई
इटली में G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन खूब जोर-शोर से हुआ। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति, ब्राजील और जॉर्डन समेत कई नेताओं ने शिरकत की थी। जिसमें सभी वैश्विक संकटों पर बातचीत हुई।
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा सहित कई नेताओं के साथ बहुत सारी बातें की और फोटो भी खिचवाईं। जिसके बाद पीएम मोदी ने एक्स पर इटली की फोटो शेयर की है। उन्होंने लिखा, ‘इटली में बातचीत जारी है …राष्ट्रपति @LulaOfficial, राष्ट्रपति @RTErdogan और महामहिम शेख @MohamedBinZayed के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई’।साथ ही पीएम मोदी ने इटली सरकार का आभार भी जताया।
G7 शिखर सम्मेलन में 5 वीं बार पहुंचे पीएम मोदी
पीएम मोदी पांचवीं बार G7 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बने हैं। जिसके लिए इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी को इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। G7 के 50वें शिखर सम्मेलन के इस अवसर पर जियोर्जिया मेलोनी ने ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो सहित अन्य वैश्विक नेताओं का भी स्वागत सम्मान किया।
सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी, के अलावा संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति, ब्राजील और जॉर्डन समेत कई नेताओं ने शिरकत की थी। पीएम मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ भी मुलाकात की। साथ ही उन्होंने फुमियो किशिदा के साथ मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट पर बहुत देर तक मसलत की। यह G7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं जबकि पीएम मोदी की लगातार पांचवीं भागीदारी थी।