IMD Red Alert: इस मानसून सीज़न में भारत के कई हिस्सों में मौसम बेहद सक्रिय हो चुका है। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र अब डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है, जिससे ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24–48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
🔴 दिल्ली‑एनसीआर (दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद)
IMD ने पूरे सप्ताह के लिए पीला चेतावनी अलर्ट जारी किया है। राजधानी में हल्की बारिश और उमस भरी गर्मी बनी हुई है, जिससे लोगों को राहत तो मिली है लेकिन यात्रा संबंधी परेशानियाँ भी हो रही हैं। IGI एयरपोर्ट ने यात्रियों को संभावित देरी के लिए सावधान रहने की सलाह दी है।
☂️ उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का कहर
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज समेत 14 जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। तेज हवाओं ने पेड़ गिराकर बिजली लाइनों को क्षतिग्रस्त किया, जिससे राजधानी में कई घंटे बिजली गुल रही। प्रयागराज ने सबसे ज़्यादा बारिश (58.8 मिमी) दर्ज की। चक्रवातीय सिस्टम अगले 3‑4 दिन तक सक्रिय रहने की उम्मीद है।
🌧️ बिहार में खतरे की घंटी
पटना, गया, चंपारण, भोजपुर, नालंदा, जमुई जैसे जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे कई स्थानों पर घर प्रभावित हो रहे हैं और लोगों को सुरक्षित राहत स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
🔼 महाराष्ट्र में रेड-येलो अलर्ट
मुंबई, पुणे, पालघर, रायगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में ऑरेंज व रेड अलर्ट जारी किया गया है। खासकर पालघर और पुणे के ऊंचाई वाले इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश का खतरा है। अधिकारियों ने बाढ़ और अन्य जोखिमों से बचने के लिए सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
🟠 झारखंड में 7 जिलों के लिए अलर्ट
रांची, खूँटी, गुमला, सिमडेगा सहित जिलों में IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गारहवा, पलामू, देवघर और डुमका में पीला अलर्ट है, जहाँ गरज‑चमक के साथ तेज़ हवाएँ चलने की भी संभावना है।
🎯 क्यों पढ़ना ज़रूरी है?
- मानसून अब ज़ोर पकड़ चुका है, जिससे मौसम बेहद तालमेल से बदल रहा है।
- नदी, सड़क और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं पर असर हो सकता है।
- IMD की चेतावनी से नागरिकों को समय से तैयारी करने का मौका मिलता है।
🧭 सुझाव और सावधानियाँ
- अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर भारी बारिश व तूफ़ानी हवाओं के दौरान।
- निचले इलाकों में रहने वालों को ऊँचे स्थानों की ओर स्थानांतरण संभव हो।
- दुर्घटना या बिजली कटौती की स्थिति में स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहें।
- बच्चों, बुजुर्गों या बीमारों के लिए विशेष सावधानी बरतें।