ICC rule changes after WTC Final : नई दिल्ली | विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्रिकेट के कुछ अहम नियमों में बदलाव किए हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य खेल को और अधिक निष्पक्ष, रोमांचक और दर्शकों के अनुकूल बनाना है।
WTC फाइनल 2025 में सामने आईं चुनौतियों और विवादों को ध्यान में रखते हुए ICC ने 8 बड़े बदलावों को मंजूरी दी है, जो सभी प्रारूपों (टेस्ट, वनडे, टी20) में लागू होंगे।
🔁 ये हैं 8 नए बदलाव जो 1 जुलाई 2025 से लागू होंगे:
- नो-बॉल पर रिव्यू की अनुमति:
अब बल्लेबाज को नो-बॉल पर भी DRS लेने की अनुमति होगी, खासकर विकेट गिरने की स्थिति में। - स्ट्राइक रोटेशन में बदलाव:
कैच आउट होने के बाद नया बल्लेबाज अब हर हाल में स्ट्राइक पर आएगा, भले ही बैट्समैन क्रॉस कर लें। - स्लो ओवर रेट पर सख्त पेनल्टी:
ओवर रेट धीमा होने पर टीम से रन काटे जाएंगे – ODI में 5 और T20 में 10 रन की पेनल्टी। - बॉल टेम्परिंग पर फास्ट ट्रैक जांच:
संदेह होने पर तीसरे अंपायर के पास तुरंत फैसला देने का अधिकार होगा। - सपोर्ट स्टाफ पर भी सजा:
ड्रेसिंग रूम में दुर्व्यवहार पर कोच और सपोर्ट स्टाफ पर मैच बैन या फाइन लगेगा। - विकेटकीपर की सीमाएं तय:
स्टंप्स से 20 मीटर से ज्यादा दूरी पर खड़े रहने पर वाइड या नो-बॉल माना जाएगा। - LED बेल्स का अनिवार्य उपयोग:
सभी इंटरनेशनल मैचों में अब एलईडी बेल्स का इस्तेमाल अनिवार्य होगा। - “डेड बॉल” की परिभाषा विस्तृत:
जब कोई बाहरी वस्तु मैदान में आ जाए या भीड़ का शोर खेल को बाधित करे, तुरंत ‘डेड बॉल’ घोषित होगी।
🏆 क्यों लिए गए ये फैसले?
WTC फाइनल के दौरान नो-बॉल और स्लो ओवर रेट को लेकर कई विवाद हुए थे। इन नियमों से स्पष्टता, तकनीक का बेहतर इस्तेमाल और खेल की गति बढ़ने की उम्मीद है।