भारतीय राजधानी दिल्ली में जल संकट पर हो रही सियासी जंग अब अनशन तक आ गई है। समस्या को सुलझाने के लिए दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जंगपुरा स्थित सैनी चौपाल में, ‘हरियाणा से अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर’ शुक्रवार से अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। आज आतिशी के अनशन का ये दूसरा दिन है।
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वहीं दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी जल संकट के प्रति जिम्मेदारी लेते हुए दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जहां जवाबी कार्यवाई में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने करने के लिए पानी की बौछार का सहारा लिया।
पानी की मांग को लेकर आतिशी अन्न त्याग कर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गई हैं। उनका कहना है कि मांगे पूरी न होने तक वो केवल पानी पियेंगी साथ ही कहा है कि जब तक दिल्ली को अतिरिक्त पानी नहीं मिल जाता, तब तक ये अनशन चलता रहेगा। इसी बीच, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अपनी विरोधी बीजेपी पार्टी को जल संकट जिम्मेदार बताया है। सियासी ब्यान के साथ ही उन्होंने वजीराबाद बैराज की कुछ तस्वीरें भी दिखाईं हैं। साथ ही लोगों से ये अपील भी की है कि इस लड़ाई में उनका साथ दें। विरोध प्रदर्शन के इस अवसर पर संजय सिंह के अलावा उनके साथ मंच पर सुनीता केजरीवाल, विधायक राखी बिड़लान और जरनैल सिंह समेत पार्टी के अन्य भी पार्षद मौजूद रहे।
शुक्रवार को अनशन पर बैठी दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दावा करते हुए कहा कि एक मिलियन गैलन पानी से 28,500 लोगों को पानी प्राप्त होता है। ऐसे में अगर हरियाणा सरकार दिल्ली को 100 एमजीडी पानी नहीं देती, तो दिल्ली के 28 लाख से अधिक लोग पानी न मिलने से त्रस्त रहेंगे। बेहरहाल उन्होंने हिमाचल प्रदेश की सरकार से पानी की मदद मांगी है। हालाँकि हिमाचल प्रदेश की सरकार पानी देने को तैयार भी हो गई है, वो पानी भी हरियाणा से होकर आना था। जिसके सप्लाई के लिए हरियाणा सरकार ने मना कर दिया।
दरअसल दिल्ली को रोजाना 1005 एमजीडी पानी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए दिल्ली अन्य राज्यों पर निर्भर करता है। दिल्ली में पानी की आपूर्ति के लिए 613 एमजीडी पानी हरियाणा से, होती है। लेकिन बीते दो हफ्ते से हरियाणा मात्र 513 एमजीडी पानी ही दे रहा है। साथ ही पिछले दो दिनों से हरियाणा सरकार ने दिल्ली का 120 एमजीडी पानी भी रोक लिया है।