Aim of Waqf Act to empower poor: नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वक्फ विधेयक का मसौदा रातोंरात नहीं तैयार किया गया है, बल्कि यह पांच वर्षों से अधिक समय तक चली विस्तृत चर्चा का परिणाम है।
अपने आवास पर दाऊदी बोहराओं के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए मोदी ने कहा, “वक्फ (संशोधन) अधिनियम का उद्देश्य गरीबों को सशक्त बनाना और महिलाओं की रक्षा करना है, जिन्होंने पारिवारिक संपत्तियों को वक्फ में बदलने की शिकायत की थी। हमारा काम ऐसे लोगों को सशक्त बनाना है। खासकर मुस्लिम विधवाओं को बहुत अन्याय का सामना करना पड़ता है। उन्हें न्याय दिलाना हमारा प्रयास है।”उन्होंने यह भी कहा कि दाऊदी बोहरा नेता सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन पहले व्यक्ति थे जिनसे उन्होंने वक्फ बिल पर सलाह ली थी।
बजट सत्र में संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पारित किया गया था और राष्ट्रपति ने इसे अपनी मंजूरी दे दी थी। लेकिन इस कानून को फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा रही है और सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया है कि वह बिल के तीन विवादास्पद प्रावधानों को फिलहाल लागू नहीं करेगी।
सैयदना मुफ़द्दल सैफ़ुद्दीन के सहयोग को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने धार्मिक नेता के साथ मिलकर तीन साल तक मसौदा और कानूनी सलाह पर काम किया था। “कानून बाद में बना। 2019 में शुरू में मुस्लिम समुदाय की ओर से न्याय की मांग करते हुए 1700 से ज़्यादा शिकायतें आईं। और ज़्यादातर शिकायतें महिलाओं की ओर से आईं। तब मैंने कहा, चलो सच्चाई की जांच करते हैं। वक्फ बिल रातों-रात तैयार नहीं हुआ। हमने वक्फ के सभी पहलुओं पर पांच साल तक चर्चा की,” पीएम ने कहा।