लोकसभा चुनाव 2024 के बाद अब हरियाणा आम आदमी पार्टी में भी अनबन होती दिखाई दे रही है। दरअसल बीते रविवार आम आदमी पार्टी से किसान विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष कर्ण सिंह धनखड़ और शिक्षा विंग के प्रदेश संयुक्त मंत्री अमलदीप राविश को पार्टी से निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
बता दें कि सोमवार को करनाल के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दोनों पदाधिकारियों ने आप पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्हें प्रदेशाध्यक्ष व उनके द्वारा दिए गए निलंबन के आदेश को मानने से इनकार कर दिया है। इस बीच ये आशंका भी जताई जा रही है कि मामले की चर्चा मंगलवार, कर्नाल आ रही सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी ‘सुनीता केजरीवाल’ के सामने रखा जाएगा।
मामले में कर्ण सिंह धनखड़ का कहना है कि वह किसान विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष के अलावा संस्थापक सदस्य भी हैं। आरोप ;लगाते हुए कारण सिंह आगे कहते हैं कि न ही उन्हें उनकी बात रखने का अवसर दिया गया और न ही कोई प्रायः नोटिस दिया गया था।
तमाम इल्ज़ामतों के साथ उन्होंने खुदको अरविंद केजरीवाल का सिपाही बताया और पिछले 13 सालों से उनके मुताबिक़ अपने खर्च व संसाधनों से पार्टी का कार्य कर रहे हैं। साथ ही सुशील गुप्ता को घेरे में लेते हुए कहा कि वे लोकसभा चुनाव में भी सिर्फ कांग्रेस का ही प्रचार करते थे। लेकिन अब पार्टी के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस प्रेमी अध्यक्ष नहीं चाहिए।
अपनी नाराजगी ज़ाहिर करते हुए वो कहते हैं कि 25 जून को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल करनाल रही हैं, तब हम उनसे मामले पर बात करेंगे या फिर अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर विरोध जारी रखेंगे। बता दें कि इससे पहले अमलदीप राविश ने खुद को केजरीवाल का सिपाही बताया था।साथ ही उन्होंने कहा कि सुशील गुप्ता अपनी गलतियों के चलते लोकसभा चुनाव हारे हैं।
मामले में अपनी सफाई पेश करते हुए प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि दोनों ही पदाधिकारियों की पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतें आ रही थी। साथ ही अपने ऊपर लगे तमाम इल्ज़ामों को सुशिल गुप्ता ने निराधार बतया है। जिसके तहत दोनों पदाधिकारियों को निलंबन नोटिस थमाया गया है। फ़िलहाल अधिकारीयों के खिलाफ मिले साक्ष्यों की , जांच एक कमेटी को सौंपी गई है।