तेलंगाना के पतनचेरु की चितकुल झील में भारी संख्या में मरी हुई मछलियां पायी गयी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस झील में करीब 10 टन मछलियों के मरने की खबर है। आस पास के लोगों के अनुसार यह किसी रासायनिक अपशिष्ट पदार्थों के झील के पानी में मिलकर प्रदूषित होने के कारण हुआ है। इतनी भारी संख्या में मृत मछलियों के पाए जाने के कारण सभी हैरान हैं।
मछलियों की मौत का कारण जांचने के लिए उन्होंने सैंपल एकत्रित किए
https://youtu.be/aQg91BxrxtQ?si=lI5ZMcmjYNP3y0N4
वायरल वीडियो में चितकुल झील के किनारे भारी संख्या में मरी हुई मछलियों दिखाई दे रही हैं। जैसे ही मत्स्य विभाग को इस बारे में सूचना मिली तो उसके अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और मछलियों की मौत का कारण जांचने के लिए उन्होंने सैंपल एकत्रित किए। मत्स्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इतनी भारी संख्या में मछलियों के मरने के कारण लगभग 1 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है।
इन सबकी रोजी रोटी इसी झील पर निर्भर करती है
जानकारी के अनुसार मत्स्य विभाग ने पिछले साल चितकुल झील में करीब 1.5 लाख मछलियां छोड़ी थी। जैसे ही 26 जून 2024 को चितकुल झील में भारी संख्या में मृत मछलियों के पाए जाने की खबर मत्स्य विभाग को पता चली तो उनके अधिकारियों ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के साथ चितकुल झील का दौरा किया। मत्स्य विभाग और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों ने अपनी शुरूआती जांच में पाया कि पानी में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध नहीं थी। जिसकी वजह से मछलियों की मौत हो सकती है।
हालांकि मछलियों की मौत का असली कारण तो लैब रिपोर्ट के आ जाने के बाद ही पता चला पायेगा। वहीं इस झील पर चितकुल गांव के 100 से अधिक परिवार मछली पकड़ने का कार्य करते हैं यानि कि वे मछुआरे हैं। इन सबकी रोजी रोटी इसी झील पर निर्भर करती है। इन सभी मछुआरे परिवार का कहना है कि झील में प्रदुषण के कारण इन सभी की रोजी रोटी का साधन खत्म हो गया है। इन सभी नेसरकारसे इसको लेकर मदद की गुहार लगाई है।